मत्ती 12:38-42
New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)
योना अगमजानी के चिन्हां
(मरकुस 8:11-12; लूका 11:29-32)
38 तब कुछू फरीसी अऊ कानून के गुरू मन यीसू ले कहिन, “हे गुरू! हमन तोर ले कोनो अचरज के चिन्हां देखे चाहत हन।”
39 यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “ए दुस्ट अऊ बेभिचारी पीढ़ी के मनखेमन चिन्हां देखाय बर कहत हवंय! पर योना अगमजानी के चिन्हां ला छोंड़ एमन ला अऊ कोनो चिन्हां नइं दिये जावय। 40 जइसने योना ह तीन दिन अऊ तीन रात एक ठन बड़े मछरी के पेट म रिहिस, वइसने मनखे के बेटा ह घलो तीन दिन अऊ तीन रात धरती के भीतर म रहिही।[a] 41 नियाय के दिन नीनवे सहर के मनखेमन, ए पीढ़ी के मनखेमन संग ठाढ़ होहीं, अऊ एमन ऊपर दोस लगाहीं, काबरकि ओमन योना के संदेस ला सुनके मन फिराईन। पर देखव![b] इहां एक झन हवय, जऊन ह योना ले घलो बड़के अय। 42 नियाय के दिन दक्खिन दिग के रानी ह ए पीढ़ी के मनखेमन संग ठाढ़ होही अऊ एमन ऊपर दोस लगाही, काबरकि ओ रानी ह राजा सुलेमान के गियान के बात ला सुने बर धरती के छोर ले आय रिहिस। पर देखव![c] इहां एक झन हवय, जऊन ह राजा सुलेमान ले घलो बड़के अय।
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